दलगजन काका जइहे जेल

दलगजन काका जब से टीवी पर अन्ना हजारे के भाषण सुनले बहुते परेशान हो गइले। अन्ना हजारे क बात सुनी के कि अब आजादी क दूसरी लड़ाई शुरू हो गइल बा। उन कर मन जल्दी से जेल जाए खातिर बड़ा उतावला हो गइल बा। एह बारी उ आइल मौका हाथ से गवावल नइखन चाहत। बात बहुत पुरान बा।
दलगजन काका आ नाथू काका दुई भाई हवन जा। आज के समय में नाथू काका के बुढवती बड़ी आराम से कटत बा। बगल में दलगजन काका के सूर्ती महंग हो गइल बा। बात अइसन बा कि जब आजादी के लड़ाई लागल रहे, वही समय अंग्रेजन के सैनिक उ गांव में आ धमकलन। लोगन के धर पकड़ शुरू हो गइल। लोग गांव छोड़ी के भागे लगलन। इ दुनो भाई भी घर से निकल के भागे लगलन। एही बीच में नाथू काका के पुलिस पकड़ लिहलस। नाथू काका जेल पहुंच गइलन। दलगजन काका सिर पर पैर रखिके भाग गइलन। आज उहे बात सोची के दलगजन काका के माथा सुलुग जात बा। नाथू काका के आज सरकार के ओर से सम्मानित कइला के साथ ही महिनवारी भी मिलत बा। लोग उनके स्वतंत्रता सेनानी कहत बा। उनके मिले खातिर बड़े-बड़े नेता लोग भी गांव में आवत रहेला। अब जब से टीवी पर दलगजन काका सुन ले कि आजादी क दूसरी लड़ाई शुरू हो गइल बा। जेल जाये खातिर उ धोती कुर्ता लेइके उ तैयार बाडऩ।